वैली स्कूल में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल में कक्षाएं दो, तीन और चार तथा पाँच ,छ: और सात मिश्रित समूह में पढ़ते हैं । मैं माध्यमिक मिश्रित समूह को पढाती हूँ । अपनी कक्षाओं में एक गतिविधि है कि मैं कोई भी एक शीर्षक लेकर बच्चों से उस से सबंधित वाक्य बनवाती हूँ और ऐसे हम निबंध की रचना करते हैं । इस गतिविधि को शायद आप भी प्रयोग करते होंगे , यदि नहीं तो अवश्य प्रयोग करें । इस निबंध को पाठन सामग्री के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं या फिर अपठित गद्यांश की तरह प्रयोग करके छात्रों के श्रवण कौशल्य की जाँच कर सकते हैं ।
माध्यमिक मिश्रित समूह -रॉबिन्स समूह में ३० जुलाई २०१० पर ९-४५ से १०-३५ की कक्षा में यह गतिविधि की गई थी ।
विषय- हाथी
हाथी ज़मीन पर सबसे बड़ा जानवर है । वह सलेटी रंग का होता है पर इंद्र भगवान के हाथी का रंग सफेद है और उसे ऐरावत कहकर बुलाया जाता है । उसकी आँखे छोटी- छोटी, बड़े-बड़े कान और एक छोटी-सी पूँछ होती है । उसके दो दाँत बाहर दीखते हैं जो बहुत कीमती होते हैं पर हाथी उनसे खाना नहीं खाता है । वह बहुत खाना खाता है । उसकी एक बहुत बड़ी सूंड होती है । वह अपनी सूंड से घास, पत्तियाँ, केला, बाँस और ईख तोड़कर खा सकता है । वह सूंड से पानी भी पीता है । हाथी का मुख भगवान गणेश के समान है ।
हाथी जब चलता है तो बहुत आवाज़ होती है । वह तैर भी सकता है । उसका शरीर बड़ा होता है इसलिए वह पेड़ को आसानी से गिरा सकता है । उसकी स्मृति बड़ी अच्छी होती है और वह एक बुद्धिमान जानवर है । उसके बच्चे भी बड़े होती है। वह अपने परिवार को दुश्मनों से बचाकर सहारा देता है । यदि उसके समूह का कोई हाथी मुसीबत में पड़ जाए तो वह आवाज़ देकर सहायता के लिए बुलाता है और तब तक वहाँ से नहीं हटता जब तक कि उसे विश्वास नहीं होता कि उस हाथी को संभालने के लिए कोई आ गया है । वह अकेला घूमता है पर हथिनी हमेशा झुण्ड में घूमती है । वह अपने पैरों पर खड़ा रहकर भी सो सकता है । हाथी नारियल को दो बराबर भागों मे तोड़ सकता है । वह एक ताकतवर जानवर है । वह सीमा बनाने में विश्वास नहीं करता है ।
हाथी का सबसे बड़ा शत्रु मानव है । मानव अपने लालच के लिए हाथी को पकड़ता है । वह ढोल से शोर मचाकर हाथी को पहले से खुदे हुए गड्ढे की ओर ले जाता है जिसमें पत्तियाँ और घास पड़ी होती है । हाथी गड्ढे में गिर जाता है और मानव जाल डालकर हाथी को पकड लेता है । फिर वह उसे अपना पालतू जानवर बनाकर उससे की तरह के काम लेता है या फिर उसके दाँत निकालने के लिए उसे मार डालता है । हाथी जब पागल होता है तो वह किसी को भी नहीं छोड़ता । उस समय वह कुछ भी कर सकता है ।
हाथी का सबसे बड़ा शत्रु मानव है । मानव अपने लालच के लिए हाथी को पकड़ता है । वह ढोल से शोर मचाकर हाथी को पहले से खुदे हुए गड्ढे की ओर ले जाता है जिसमें पत्तियाँ और घास पड़ी होती है । हाथी गड्ढे में गिर जाता है और मानव जाल डालकर हाथी को पकड लेता है । फिर वह उसे अपना पालतू जानवर बनाकर उससे की तरह के काम लेता है या फिर उसके दाँत निकालने के लिए उसे मार डालता है । हाथी जब पागल होता है तो वह किसी को भी नहीं छोड़ता । उस समय वह कुछ भी कर सकता है ।
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